रील से रियल लाइफ में मिले, हो गया एक-दूसरे से इश्क; धर्म भी नहीं रोक पाया… गुंजन बिहारी और मुस्कान की लव स्टोरी

सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का जुनून आजकल आम हो चुका है. इसके जरिए कई तरह की दिलचस्प कहानियां सामने आती रहती हैं. ऐसी ही एक कहानी बिहार के नालंदा जिले से आई है, जहां एक युवक-युवती की मुलाकात और प्रेम एक अलग ही कहानी बनकर उभरी. इस कहानी में खास बात यह है कि ये दोनों अलग-अलग धर्मों से हैं, लेकिन सोशल मीडिया ने उन्हें एक साथ ला दिया.

गुंजन भारती, जो लखीसराय जिले के रहने वाले हैं और सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते थे. एक दिन उनकी मुलाकात मुस्कान प्रवीण से हुई, जो मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं. दोनों के बीच धीरे-धीरे दोस्ती बढ़ी और फिर बातों का सिलसिला इतना गहरा हुआ कि उन्होंने मिलने का निर्णय लिया. रील्स के माध्यम से इनका रिश्ता मजबूत हुआ और दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए.

साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं गुंजन और मुस्कान

गुंजन भारती का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और वे अपनी आजीविका के लिए मजदूरी और सर्कस का काम करते हैं. गुंजन बताते हैं कि उन्होंने 2015 से सर्कस में काम करना शुरू किया था और सोशल मीडिया पर रील्स बनाने के बाद उनकी जिंदगी में बदलाव आया. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी पहचान बनाई.

वहीं मुस्कान प्रवीण भी एक साधारण परिवार से हैं. उनके पिता फैक्ट्री में सिलाई का काम करते हैं. मुस्कान भी घर पर सिलाई करके परिवार की मदद करती हैं. एक बार उन्होंने यूट्यूब पर गुंजन का वीडियो देखा और फिर उनके रील्स पर कमेंट किया. इस कमेंट के बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई. बाद में गुंजन ने मुस्कान के घरवालों से भी मुलाकात की. परिवारों की सहमति के बाद मुस्कान ने गुंजन के साथ रहने का फैसला किया.

अब साथ रहकर बनाने हैं वीडियो

गुंजन और मुस्कान की मुलाकात सोशल मीडिया पर हुई थी, लेकिन अब दोनों नालंदा में एक साथ रहकर सोशल मीडिया पर वीडियो बनाते हैं और अपनी प्रेम कहानी साझा करते हैं. दोनों का कहना है कि धर्म या जाति से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं. मुस्कान का कहना है कि वह मुस्लिम धर्म से हैं और गुंजन हिंदू हैं, लेकिन उन्हें सभी धर्म अच्छे लगते हैं.

गुंजन और मुस्कान की प्रेम कहानी आजकल इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. यह कहानी न सिर्फ एक अनोखे रिश्ते का प्रतीक है, बल्कि यह दिखाती है कि डिजिटल युग और सोशल मीडिया किस प्रकार से लोगों के जीवन में बदलाव ला सकता है. विभिन्न धर्मों की दीवारों को तोड़ सकता है. अब यह जोड़ा नालंदा में रहकर अपनी जिंदगी का नया अध्याय लिख रहा है. सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहा है.