मेरी यात्रा में शिक्षक होंगे आप…वायनाड के लोगों को प्रियंका गांधी की चिट्ठी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं. उन्होंने केरल की वायनाड सीट से उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है. प्रियंका गांधी राजनीति में भले ही कई सालों से सक्रिय हैं लेकिन आजतक वह अपनी पार्टी के और सदस्यों के लिए वोट मांगती आई हैं लेकिन इस बार वह अपने लिए वोट मांगने निकली हैं. प्रियंका गांधी ने वायनाड में लोगों के लिए पत्र लिखा. उन्होंने कहा कि यह यात्रा जनप्रतिनिधि के तौर पर उनकी पहली यात्रा होगी. इसके साथ ही उन्होंने अपने चूरामाला और मुंडक्कई के हाल ही के दौरे का भी जिक्र किया.

प्रियंका गांधी ने एक्स पर पत्र को शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “वायनाड के मेरे प्यारे बहन-भाइयों” उन्होंने लिखा, “कुछ महीने पहले, मैंने अपने भाई के साथ चूरामाला और मुंडक्कई की यात्रा की. मैंने उससे हुई तबाही देखी. भूस्खलन और आपको हुए नुकसान की गहराई मैं उन बच्चों से मिली, जिन्होंने उन सभी को खो दिया था. डॉक्टर, जन प्रतिनिधि, स्वयंसेवक, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, नर्सें, हाउसवाइफ, हर कोई एक दूसरे की मदद करने के लिए जो कुछ भी कर सकता था वह कर रहा था.

“वायनाड से कांग्रेस का उम्मीदवार”

उन्होंने आगे लिखा कि जब मैं घर लौट रही थीं, तो मुझे लगा कि संसद में आपका प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात होगी. आपसे सीखना, आपके जीवन और आपके सामने आने वाली चुनौतियों को समझना और इस साहसी समुदाय का हिस्सा बनना सम्मान की बात होगी, जो एक-दूसरे का सम्मान करना और सबसे मुश्किल समय में भी खड़े रहना जानता है. आपने मेरे भाई को अपना प्यार दिया है, जब उन्होंने मुझसे वायनाड के लिए कांग्रेस का उम्मीदवार बनने के लिए कहा, तो उन्होंने अपने दिल में गर्व और दुख के साथ ऐसा किया.

राहुल गांधी से प्रियंका गांधी का वादा

प्रियंका गांधी ने यह भी लिखा कि उन्होंने राहुल गांधी से वादा किया है कि वह जनता और उनके रिश्ते को और गहरा करने का काम करेंगी और साथ ही जनता के लिए लड़ने की हर मुमकिन कोशिश करेंगे. उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी ने उन्हें जनता के संघर्षों के बारे में भी बताया और कई मुद्दों के बारे में जानकारी दी, जिन पर वायनाड में ध्यान देना जरूरी है. इसमें खासतौर पर खेती और आदिवासी समुदायों के सामने आने वाली परेशानियों ने उन्होंने चिंतित किया.

महिलाओं के लिए लिखी ये बात

उन्होंने महिलाओं के लिखा, “हम साथ मिलकर आपकी पावर को बढ़ाने और आपके भविष्य को मजबूत करने के लिए नए मौके पैदा करने के लिए काम कर सकते हैं. मेरी बहनें मेरे लिए सबसे खास हैं, मैं महिलाओं के लिए अवसर पैदा करने और उन्हें अपनी शर्तों पर अपनी जिंदगी जीने की आजादी की जरूरत को गहराई से महसूस करती हूं. मैं असल में जितना मुमकिन हो सके आप में से ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलने के लिए और आपके विचारों को सुनने के लिए काफी उत्सुक हूं कि हम किस तरह से एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं, जिससे आपको सबसे ज्यादा फायदा लाभ हो.

जनता को बताया यात्रा का मार्गदर्शक

यहीं नहीं प्रियंका गांधी ने जनता को अपनी इस यात्रा का मार्गदर्शक बताया और लिखा, “आप इस यात्रा में मेरे मार्गदर्शक और शिक्षक होंगे जो एक जनप्रतिनिधि के तौर पर मेरी पहली यात्रा होगी लेकिन एक सार्वजनिक सेनानी के रूप में मेरी पहली यात्रा नहीं होगी! लोकतंत्र, न्याय और हमारे संविधान में निहित मूल्यों के लिए लड़ना मेरी जिंदगी का उद्देश्य है.”