आपकी प्राइवेसी से हो सकता है खिलवाड़, अगर WhatsApp जीत गई ये मुकदमा!

अगर आप WhatsApp पर अपने दिल के हाल से लेकर परिवार के मसले तक शेयर करते हैं, तो आपको ज़रा संभलने की जरूरत है. हो सकता है कि जल्द ही आपका ये डेटा प्राइवेट ना रहे. व्हाट्सएप पर मालिकाना हक रखने वाली कंपनी Meta Platforms ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) में एक अपील दायर की है, अगर कंपनी इस केस को जीत जाती है, तो व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी में काफी बदलाव हो सकता है.

व्हाट्सएप ने 2021 में अपनी प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट की थी. इसमें व्हाट्सएप ने अपने डेटा को एडवर्टाइजमेंट पर्पज से मेटा की अन्य कंपनियों के साथ शेयर करने की बात कही थी. इस पर तब कॉम्प्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने सुनवाई की थी. सीसीआई ने माना कि व्हाट्सएप की मार्केट में मजबूत स्थिति रखती है. इसलिए वह इसका फायदा उठाते हुए अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में इस तरह से यूजर के डेटा के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकती है.

सीसीआई ने इसे देखते हुए 18 नवंबर 2024 को व्हाट्सएप पर यूजर्स के डेटा को एडवर्टाइजमेंट के लिए 5 साल के लिए मेटा की अन्य कंपनियों से शेयर पर रोक लगा दी थी. जबकि व्हाट्सएप के अपनी मजबूत स्थिति का फायदा उठाने के लिए 213 करोड़ रुपए का जुर्माना वह पहले ही लगा चुकी थी. इसी जुर्माने के खिलाफ मेटा ने एनसीएलएटी में अपील दायर की है, जिस पर अब एनसीएलएटी 16 जनवरी को सुनवाई करेगी.