बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ कोलकाता में प्रदर्शन, अधीर ने पीएम से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की

बांग्लादेश में हिंदू पर अत्याचारों के खिलाफ रविवार को कोलकाता में प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने ढाकाई जामदानी साड़ियों में आग लगा दी और विरोध प्रदर्शन किया. दूसरी ओर, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बांग्लादेश की स्थिति को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है. बता दें कि बांग्लादेश में यूनुस सरकार के सत्ता में आने के बाद हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा की घटनाएं घट रही हैं. इस्कॉन के मंदिरों पर हमले हुए हैं और मूर्तियों से तोड़फोड़ की गई हैं.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के विरोध में कोलकाता सहित देश के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. रविवार को बंगाली हिंदू सुरक्षा समिति ने साल्ट लेक इंटरनेशनल बस टर्मिनस पर विरोध प्रदर्शन किया.

ढाकाई जामदानी साड़ी जलाकर किया प्रदर्शन

एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम बांग्लादेश में हिंदुओं को लगातार निशाना बनाए जाने और भारत के खिलाफ नफरत फैलाने वाले बयानों की निंदा करते हैं. हम चुप नहीं बैठेंगे और जामदानी साड़ियों को जलाने के साथ ही हम लोगों से बांग्लादेशी उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह करते हैं.

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि यह कैसा बांग्लादेश है? 1971 में आजादी के लिए लड़ने वाले लोग अब अपना ही इतिहास मिटाते दिख रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश के साथ कूटनीतिक रूप से जुड़ने का आग्रह किया.

अधीर ने पीएम से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की

दूसरी ओर, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बांग्लादेश में हिंसा की निंदा की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है. वहां हिंसा, आतंक और भय का माहौल बनाकर आतंक बनाया जा रहा है. हालांकि बांग्लादेश के लोग ऐसा नहीं चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पूरी तरह से विफल रही है. इस कारण वहां की स्थिति सामान्य नहीं हो पा रही है. वह प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि बांग्लादेश की स्थिति से कैसे निपटा जाए. इस पर विचार करने की जरूरत है. इसलिए हमारे देश में सर्वदलीय बैठक जाए और बांग्लादेश के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया जाए. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की स्थिति जिस तरह से खराब हो रही है. उसे लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की स्थिति पर बहुत गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. वहां की स्थिति सामान्य हो. इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए.