पराली, प्रदूषण और ठंड… कैसे पॉइजन बनी दिल्ली की साफ हवा, सामने आई असली वजह

राजधानी दिल्ली समेत यूपी और हरियाणा (Delhi NCR) के कई इलाके इन दिनों प्रदूषण (Delhi Pollution Update) की मार झेल रहे हैं. दिल्ली में इस समय AQI 500 पार है. लोग दमघोंटू हवा के बीच सांस लेने को मजबूर हैं. लेकिन सभी के मन में यह सवाल है कि आखिर दिल्ली की साफ-सुथरी हवा अचानक से कैसे जहरीली हो गई. इसकी वजह अब सामने आ गई है. मौसम वैज्ञानिक ने इसके पीछे का कारण बताया है.

मौसम संबंधी जानकारी देने वाले निजी मौसम केंद्र स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा- दिल्ली के आसपास के इलाकों में पराली जलाने की घटनाओं के कारण उससे निकला धुंआ और प्रदूषक ठंडी हवा में घुलमिल जाते हैं. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में घने कोहरे के साथ-साथ मंद उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण प्रदूषक तत्व हवा में ही फंस गए हैं. तापमान में गिरावट के कारण ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे प्रदूषण सतह के करीब आ रहा है. अगर हवा की गति नहीं बढ़ी तो अगले दो से तीन दिनों में कोई महत्वपूर्ण सुधार होने की संभावना नहीं है. हालांकि, इस सप्ताह के अंत में बारिश होने की उम्मीद है और इससे प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है.’

500 AQI लेवल

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में सोमवार को इस मौसम की सबसे सर्द रात दर्ज की गई, जब पारा पिछली रात के 16.2 डिग्री सेल्सियस से घटकर 12.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के अनुसार, सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 488 दर्ज किया गया. राजधानी के 32 निगरानी केंद्रों में से 31 ने एक्यूआई का स्तर 480 से अधिक दर्ज किया, दो केंद्रों, अलीपुर और सोनिया विहार में यह अधिकतम 500 रहा.

सोमवार को दिल्ली में छह वर्षों में दूसरी बार सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई और एक्यूआई 494 तक पहुंच गया. आईएमडी ने बताया कि मंगलवार को सुबह कोहरे के कारण दृश्यता घटकर 400 मीटर रह गई तथा दिन में भी दृश्यता ऐसी ही बनी रहने की संभावना है.

दिल्ली के प्रमुख इलाकों का AQI

दिल्ली के प्रमुख इलाकों के AQI की बात करें तो- अशोक विहार, बवाना, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नजफगढ़, नेहरू नगर, नॉर्थ कैंपस, पटपड़गंज, सोनिया विहार, पंजाबी बाग और रोहिणी में AQI 500 पर है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर 2024 की सुबह 8 बजे से दिल्ली-NCR में बदले हुआ ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे फेज को लागू कर दिया है.